📢 बिहार प्राधान शिक्षक भर्ती 2025
40,247 पदों पर योजना
बिहार सरकार ने 40,247 प्राधान शिक्षकों की भर्ती योजना चलाई थी, जिसमें से अब तक 35,333 शिक्षकों की नियुक्ति हो चुकी है। इसके बावजूद राज्य के कई स्कूलों में पद खाली हैं। अकेले पटना जिले में ही 382 स्कूल ऐसे हैं जहां प्राधान शिक्षक का पद खाली है।
वर्तमान स्थिति
बिहार के सरकारी स्कूलों में अब तक 35,333 प्राधान शिक्षकों की नियुक्ति हो चुकी है। जबकि योजना 40,247 पदों की थी। यानी अब भी करीब 10% पद खाली हैं।
मुख्य कारण है कि कई स्कूलों में पद आवंटित नहीं किए गए। अकेले पटना जिले में 382 स्कूल बिना प्राधान शिक्षक के चल रहे हैं।
क्यों खाली हैं पद?
- 2024 से प्राधान शिक्षकों की नियमित भर्ती नहीं हुई।
- शिक्षक प्रशिक्षण, प्रशासनिक कारण और दस्तावेज़ों के सत्यापन में देरी।
- नियुक्त शिक्षक को अब तक स्कूल आवंटन न होना।
- कुछ अभ्यर्थियों का दस्तावेज़ अधूरा होने के कारण नियुक्ति प्रक्रिया रुक गई।
जिलों में स्थिति
कुछ जिलों में अभी भी बड़ी संख्या में पद खाली हैं:
| जिला | खाली पद |
|---|---|
| मधुबनी | 712 |
| पूर्णिया | 568 |
| सुपौल | 288 |
| कटिहार | 409 |
| भागलपुर | 157 |
आगे की योजना
कुल 40,247 पदों में से अभी तक 37,943 पद भरे गए हैं। बच गए 2,304 पदों के लिए दोबारा भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अनुमान है कि 330 पद पर शीघ्र ही नियुक्ति होगी।
बच्चों की पढ़ाई पर प्रभाव
भास्कर नॉलेज रिपोर्ट के अनुसार, पद खाली होने से बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है:
- स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियाँ प्रभावित।
- प्रशासनिक कार्य बिना प्राधान शिक्षक के अधूरे।
- शिक्षकों की निगरानी और व्यवस्था कमजोर।
अगली नियुक्ति प्रक्रिया
भविष्य में सरकार द्वारा शेष पदों पर शीघ्र नियुक्ति करने का आश्वासन दिया गया है। साथ ही, खाली पड़े स्कूलों को प्राथमिकता पर आवंटन किया जाएगा।

